अपनी सामर्थ्य और शक्ति का उपयोग करने से बनेगा विकसित भारत: प्रोफेसर संगीता शुक्ला

अपनी सामर्थ्य और शक्ति का उपयोग करने से बनेगा विकसित भारत: प्रोफेसर संगीता शुक्ला

दी न्यूज एशिया समाचार सेवा 

अपनी सामर्थ्य और शक्ति का उपयोग करने से बनेगा विकसित भारत: प्रोफेसर संगीता शुक्ला

बनाए गए नियमों का करें निष्ठा के साथ पालन

आज पूरा विश्व युवा पीढ़ी से आशान्वित है

मेरठ। हम अपनी सामर्थ्य और शक्ति का उपयोग करने से ही  विकसित भारत बनेगा। यदि हम इसका उपयोग करेंगे तो देश में ही नहीं वरन आने वाले समय में वैश्विक पटल पर भी विकास के अनेक कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं। सभी छात्र एवं छात्राएं एकाग्रता से मेहनत करते हुए अपने अपने क्षेत्रों में महारथ हासिल करें। बनाए गए नियमों का निष्ठा के साथ पालन करें। आज पूरा विश्व युवा पीढ़ी से आशान्वित है। यह बात चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में आयोजित गणतंत्र दिवस के अवसर कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कही। 

कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कविता कहते हुए कहा की उठो जवानों यह बेला है जगने और जागने की हुई जरूरत अब क्षमता को सही मोड़ दे पाने की हिम्मत जरा जगाओ बुद्धि प्रखर बनाओ सही मार्ग पर आने की तुम पर नज़रें टिकी हुई है चारों तरफ जमाने की पहचानो तुम क्षमता है अगर दूध बन जाने की। कहा कि भारत में अभी अमृतकाल चल रहा है युवा पीढ़ी इस समय अपनी ऊर्जा के माध्यम से देश को आगे ले जाने के लिए तैयार है आजादी मिलने के समय जिस तरह युवा जोश ने देश को आगे बढ़ाया ठीक उसी तरह अब युवाओं का लक्ष्य और संकल्प एक ही होना चाहिए उनके हर प्रयास और कार्य विकसित भारत के लिए होगा 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है शिक्षक और विश्वविद्यालय भारत को तेज गति से एक विकसित देश बनाने के तरीके खोजने पर विचार करें और एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में सुधार के लिए विशिष्ट क्षेत्र की पहचान करें। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन की सफल अध्यक्षता ने हर भारतवासी को गर्व की भावना से भर दिया है। भारत को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है इतनी विशाल और विविध लोगों की भीड़ का एक राष्ट्र के रूप में एक साथ आना अभूतपूर्व है हमने ऐसा इस विश्वास के साथ किया कि हम एक हैं हम सब भारतीय हैं हम एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में सफल हुए हैं क्योंकि इतने सारे पंथों और इतनी सारी भाषाओं ने हमें विभाजित नहीं किया है उन्होंने केवल हमें एकजुट किया है यही भारत का सार है। कुलपति ने कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक साथी अधिकारी गण और कर्मचारी गण इस प्रांगण में विराजमान है विश्वविद्यालय में हो रहे विकास कार्यों में आप सभी के प्रयास निश्चित रूप से ही सराहनीय है चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर गौरव प्राप्त किया है। आज का समय सूचना क्रांति का समय है विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों अपने विद्यार्थियों को इस हेतु प्रेरित करें ।  कुलपति ने सभी को 75 में गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस पावन पर्व पर उन सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करती हूं जिनके अथक प्रयासों से हमारे देश में मजबूत गणतंत्र की स्थापना हो सकी आज का दिन राष्ट्र प्रेम की अलख जगाने राष्ट्र बोध कराने एवं अपने राष्ट्रीय दायित्वों को समझने का दिन है यह राष्ट्रीय पर्व संघर्षों और बलिदानों की भी याद दिलाता है तथा उसकी बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है यह दिवस हमारी राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक है हमारा तिरंगा साहस निस्वार्थ शक्ति शांति पवित्रता विश्वास शिष्टता वृद्धि एवं हरी भरी भूमि की उर्वरता का प्रतीक है यह समाधि और जीवन को दर्शाता है। इस अवसर पर कुल सचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा ने सभी को शपथ दिलाई। इस दौरान कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने नेट और जेआरएफ उत्तीर्ण छात्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके अलावा उत्कृष्ट कार्य के लिए विश्वविद्यालय के विभिन्न कर्मचारी को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। वहीं उत्कृष्ट अनुशासन के लिए छात्रावासों के छात्र व छात्राओं को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कुल सचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा वित्त अधिकारी रमेश चंद्र कार्य परिषद सदस्य प्रोफेसर वाई विमल वरिष्ठ आचार्य मृदुल गुप्ता चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर वीरपाल सिंह छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर भूपेंद्र सिंह साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर विग्नेश कुमार त्यागी समन्वयक प्रोफेसर नीलू जैन प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा सहित विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे।