पीएम मोदी ने अगले 25 वर्षों का रखा ब्‍लू प्रिंट, बोले- देश के सामने ये 2 सबसे बड़ी चुनौतियां

पीएम मोदी ने अगले 25 वर्षों का रखा ब्‍लू प्रिंट, बोले- देश के सामने ये 2 सबसे बड़ी चुनौतियां

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा ।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 76वें स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से 25 वर्षों का ब्लू प्रिंट रखा. उन्होंने भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई छेड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि, जब तक भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी के प्रति नफरत का भाव पैदा नहीं होता या सामाजिक रूप से उसे नीचा देखने के लिए मजबूर नहीं किया जाता, तब तक यह मानसिकता खत्म नहीं होने वाली है. उन्होंने इसे अपनी सांविधानिक और लोकतांत्रिक जिम्मेदारी बताते हुए इस जंग में देशवासियों का साथ भी मांगा.

‘किसी के पास पैसा रखने को जगह नहीं’
उन्होंने कहा, ‘‘देश के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं. पहली है भ्रष्टाचार और दूसरी चुनौती है भाई-भतीजावाद…परिवारवाद. इन दोनों विकृतियों का अगर समय रहते समाधान नहीं किया गया तो यह विकराल रूप ले सकती हैं.’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत जैसे लोकतंत्र में जहां लोग गरीबी से जूझ रहे हैं, तब यह दृश्य देखने को मिलते हैं कि एक तरफ वह लोग हैं जिनके पास रहने के लिए जगह नहीं है, तो दूसरी तरफ वे लोग हैं, जिनके पास अपना चोरी किया हुआ माल रखने के लिए जगह नहीं है. यह स्थिति अच्छी नहीं है. इसलिए हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना है.’’ उन्होंने कहा कि, “पिछले 8 वर्षों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के द्वारा आधार और मोबाइल सहित अन्य आधुनिक व्यवस्थाओं का उपयोग करते हुए 20 लाख करोड़ रुपयों को गलत हाथों में जाने से बचाया गया और उसे देश की भलाई के काम में लगाने में सरकार सफल हुई.”

‘देश को लूटने वालों को लौटना पड़ेगा’
पीएम ने कहा कि, ‘‘जो लोग पिछली सरकारों में बैंकों को लूट-लूट करके भाग गए, उनकी संपत्तियां जब्त करके वापस लाने की कोशिश जारी है. कई लोगों को जेलों में जीने के लिए मजबूर करके रखा हुआ है. हमारी कोशिश है कि जिन्होंने देश को लूटा है, उनको लौटना पड़े. वह स्थिति हम पैदा करेंगे. ऐसे लोग अब बच नहीं पाएंगे. भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला कर रहा है और उन्हें इसके खिलाफ लड़ाई तेज करनी है व इसे निर्णायक मोड़ पर लेकर जाना ही है.’’

‘गंदगी के प्रति नफरत जरूरी’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे 130 करोड़ देशवासियों, आप मुझे आशीर्वाद दीजिए, आप मेरा साथ दीजिए, मैं आज आपसे साथ मांगने आया हूं, आपका सहयोग मांगने आया हूं ताकि मैं इस लड़ाई को लड़ सकूं और इस लड़ाई को देश जीत पाए.’’ नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘‘जब तक समाज में गंदगी के प्रति नफरत नहीं होती है, स्वच्छता के प्रति चेतना भी नहीं जागती है. इसी तरह जब तक भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी के प्रति नफरत का भाव पैदा नहीं होता, सामाजिक रूप से उसे नीचा देखने के लिए मजबूर नहीं किया जाता, तब तक यह मानसिकता खत्म नहीं होने वाली है. इसलिए भ्रष्टाचार के प्रति भी और भ्रष्टाचारियों के प्रति भी हमें बहुत जागरूक होने की जरूरत है.’’

‘नेपोटिज्म से प्रतिभा को नुकसान’
पीएम ने भाई-भतीजावाद और परिवारवाद के खिलाफ हल्ला बोलते हुए कहा कि, ‘‘दुर्भाग्य से राजनीति के क्षेत्र की इस बुराई ने हिंदुस्तान की हर संस्था में परिवारवाद को पोषित कर दिया है. परिवारवाद हमारी अनेक संस्थाओं को अपने में लपेटे हुए है और उसके कारण मेरे देश की प्रतिभा को नुकसान होता है. देश के सामर्थ्य को नुकसान होता है. भ्रष्टाचार का एक कारण परिवारवाद भी बन जाता है. जब तक इसके खिलाफ नफरत पैदा नहीं होगी तब तक हम संस्थाओं को नहीं बचा पाएंगे.’’

‘परिवारवाद से देश की भलाई नहीं’
उन्होंने कहा, ‘‘संस्थाओं के उज्जवल भविष्य के लिए यह बहुत आवश्यक है. उसी प्रकार से राजनीति में भी परिवारवाद ने देश के सामर्थ्य के साथ सबसे ज्यादा अन्याय किया है. राजनीति में परिवारवाद परिवार की भलाई के लिए होता है और उसे देश की भलाई से कोई लेना देना नहीं होता.’’ मोदी ने आह्वान किया कि, ‘‘हिंदुस्तान की राजनीति के शुद्धिकरण के लिए भी और सभी संस्थाओं के शुद्धिकरण के लिए भी, इस परिवारवादी मानसिकता से मुक्ति दिलानी होगी. योग्यता के आधार पर देश को आगे ले जाने की ओर हमें बढ़ना होगा. यह अनिवार्यता है.’’