उप्र में विपक्षी दलों के प्रमुखों और नेताओं पर हो सकता है हमला: चन्द्रशेखर आजाद

उप्र में विपक्षी दलों के प्रमुखों और नेताओं पर हो सकता है हमला: चन्द्रशेखर आजाद

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा ।

उप्र में विपक्षी दलों के प्रमुखों और नेताओं पर हो सकता है हमला: चन्द्रशेखर आजाद

लखनऊ। भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद ने बुधवार को खुद पर हुए हमले के बाद गुरुवार को अपना पहला बयान जारी किया है। उन्होंने अपने संदेश में घात लगाकर हमला करने वालों की निंदा की है। साथ ही उनके प्रति संवेदना और कुशलक्षेम लेने वालों का आभार प्रकट किया है। अपने बयान में उन्होंने उप्र में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं और आगे अन्य दलों के नेताओं पर हमला होने की आशंका भी जाहिर की है।

भीम आर्मी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए बयान दिया कि कल घात लगाकर मेरे ऊपर किए गए जानलेवा हमले की निंदा करने और मेरे प्रति संवेदना प्रकट करने वाले मित्रों, नेताओं व शुभचिंतकों का दिल से आभार प्रकट करता हूं।

उन्होंने कहा कि मेरे साथ हुई कल की घटना दूसरी राजनीतिक पार्टियों के प्रमुखों और उनके समर्थकों के साथ भी घट सकती है। इसकी दो वजहें हैं। पहला ये कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था लगातार बद से बदतर होती जा रही है और दूसरा ये कि सरकार अपराधियों को जाति और धर्म के आधार पर प्रश्रय देकर उसे संरक्षण प्रदान कर रही है जिससे सरकार समर्थित अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उनको आज न तो कानून का भय है और न ही पुलिस का।

चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि आज भारत के लोकतांत्रिक मूल्य और बाबा साहेब का संविधान दोनों ही खतरे में हैं। जब सरकार समर्थित बेखौफ घूमते अपराधी मेरे जैसे राजनेतों की आवाजों को खामोश करने के लिए हमले कर सकते हैं, खुलेआम कई राउंड गोलियां चला सकते हैं तो इस प्रदेश की बहू-बेटियां, दलित, पिछड़े, आदिवासी और अल्पसंख्यकों के ऊपर कितना जुल्म और अत्याचार किया जा रहा है, इसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। सत्ता के नशे में लोग इतने पागल हो गए हैं कि ये अपने विरुद्ध उठने वाली आवाजों को मिटा देने पर तुले हैं। पहले ये लोग इसके लिए ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स अधिकारियों का दुरुपयोग किया करते थे, फिर फेक पुलिस एनकाउंटर करवाने लगे और अब तो विपक्षी नेताओं को खत्म करने के लिए सरकार समर्थित अपराधी सीधे बंदूक-गोलियों से हमले करने लगे हैं। वे भूल रहे हैं कि भारतवर्ष का इतिहास हमारे पूर्वजों की कुर्बानियों से भरा पड़ा है। वे भूल रहे हैं कि आज भी हमारा बहुजन समाज बिना डरें सीमाओं पर अपनी जान देकर इस देश की रक्षा में जुटा है। मैं भी उसी समाज का एक हिस्सा हूं। इसलिए आप चंद्रशेखर को गोली और बंदूकों से न तो झुका सकते हैं न डरा सकते हैं और न ही डिगा सकते हैं। मेरा 56 इंच का सीना असली है नकली नहीं।

मेरे ऊपर हुआ जानलेवा हमला सरकार की विफलता है क्योंकि प्रदेश की जनता की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी होती है और मैं भी प्रदेश का एक जिम्मेदार नागरिक हूं। बीजेपी राज्य में बेखौफ अपराधियों को संरक्षण देने की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकारते हुए मुख्यमंत्री को तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे देना चाहिए। चंद्रशेखर आजाद ने भीम आर्मी और अपने साथियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। हम अपनी लड़ाई संवैधानिक तरीके से लड़ेंगे।