134 टीबी मरीजों को स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों  ने लिया गोद

134 टीबी मरीजों को स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों  ने  लिया गोद

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा।

134 टीबी मरीजों को स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों ने लिया गोद

पुष्टाहार के साथ नियमित रूप से दवा खाने के लिए प्रेरित करने की भी जिम्मेदारी ली
उच्च प्रोटीन युक्त बेहतर पोषण से क्षय रोग से लड़ने में मिलती है मदद :- डीटीओ
मेरठ, 27 अक्टूबर 2022। देश से 2025 तक टीबी से मुक्त कराने के राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री व प्रदेश की राज्यपाल के आह्वान को आगे बढाते हुए मेरठ जनपद के स्वास्थ्य विभाग  ने १३४  टीबी के 134 मरीजों को गोद लेकर उनके पुष्टाहार के साथ नियमित रूप से दवा खाने के लिये प्रेरित करने की जिम्मेदारी ली है। चिकित्सकों का कहना है इससे आम जनता में टीबी मरीजों को गोद  लेने के लिए की प्रेरणा मिलेगी।

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. गुलशन राय ने बताया कि - प्रदेश की राज्यपाल आंनदी बेन पटेल के आह्वान पर मेरठ जनपद के स्वास्थ्य विभाग ने   टीबी के 134 मरीजों को गोद लिया है। इसमें  सीएमओ आफिस कार्यालय,  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) के चिकित्सक शामिल हैं। उन्होंने बताया- सभी चिकित्सकों ने टीबी मरीजों को गोद लेने के साथ उनका उपचार पूरा होने तक पोषण देने के साथ टीबी के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी भी ली है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरधना के एमओटीसी डा. अमित कुमार ने नन्हें को पोषाहार वितरण के दौरान उपचार के दौरान टीबी मरीजों से अपने खानपान पर ध्यान रखने के लिये कहा। साथ ही यह भी कहा कि प्रोटीन युक्त खुराक लेने की सलाह दीलेते रहें। अंडा लेना भी एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मलियाना पर यूपी एचसी के चिकित्सक डा. वी के अग्रवाल ने गोद लिए गए टीबी मरीज को पोषाहार वितरण प्रदान करते हुए कहा टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। सही समय पर उपचार, कराने व नियमित दवा के सेवन व पौष्टिक पोषाहार का सेवन करने से टीबी से छुटकारा आसानी से मिल सकता जाता है। इससे वह अपने परिवार के अन्य लोगों को इस बीमारी से बचा सकते है।  उन्होंने क्षय रोगियों से का आह्वान किया है कि वह अपने परिजनों को अवश्य टीबी जांच कराने के लिए अपने परिजनों को प्रेरित करें। सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें। इससे टीबी संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही प्रदूषण से भी बचाव हो सकेगा।  
स्वास्थ्य विभाग टीबी की जांच निशुल्क करता है। सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें। इससे टीबी संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही प्रदूषण से भी बचाव हो सकेगा।