सुभारती होटल मैनेजमेंट कॉलिज में हुआ अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

 सुभारती होटल मैनेजमेंट कॉलिज में हुआ अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा।

सुभारती होटल मैनेजमेंट कॉलिज में हुआ अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन


मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के भीकाजी कामा सुभारती कॉलिज ऑफ होटल मैनेजमेंट में दो दिवसीय सातवां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनका आयोजन किया गया।

 
सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि विख्यात शेफ जितेन्द्र उप्पल, विशिष्ट अतिथि आगरा विश्वविद्यालय से डा. लवकुश मिश्रा, सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के.थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज, सुभारती होटल मैनेजमेंट कॉलिज के प्राचार्य डा. शिवमोहन वर्मा के साथ सभी अतिथियों ने संयुक्त रूप से मॉ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया।
 
इस दौरान छात्र छात्राओं ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत कर सभी को भावविभोर कर दिया।भीकाजी कामा सुभारती कॉलिज ऑफ होटल मैनेजमेंट के प्राचार्य एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य आयोजक डा. शिवमोहन वर्मा ने मुख्य अतिथि शेफ जितेन्द्र उप्पल को सुभारती पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया, साथ ही सम्मेलन में आए सभी अतिथियों का स्वागत पौधा देकर किया गया।

मुख्य अतिथि शेफ जितेन्द्र उप्पल ने कहा कि भारत देश विभिन्न मिश्रित संस्कृतियों का बेमिसाल संगम है और हमारे देश में हमेशा से ही अतिथियों का आदर करके उनका स्वागत किया जाता है। उन्होंने कहा कि टूरिज्म का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत है और इसमें रोजगार की अपार संभावनाए है तथा यह इंडस्ट्री भारत की जीडीपी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि श्रम शक्ति के साथ तकनीक के सहयोग से कार्य करना चाहिए। उन्होंने सभी छात्र छात्राओं को उज्जवल भविष्य के लिये अपनी शुभकामनाएं दी।

सुभारती विवि की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. शल्या राज ने कहा कि भारत देश पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है तथा हमारी संस्कृति पूरे विश्व के लोगों को अपनी और आकर्षित करती है जिसमें यहां का खान पान रहन सहन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि मेहनत और लगन के साथ इस क्षेत्र में कार्य करने से सफलता मिलती है तथा होटल मैनेजमेंट एंड टूरिज्म का क्षेत्र रोजगार का समुंद्र है जिससे जुड़ कर अपने कौशल के माध्यम से छात्र छात्राएं देश का नाम रोशन करें ।
 
कार्यक्रम में 50 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को सफल बनाने में मुख्य आयोजक प्राचार्य डा. शिवमोहन वर्मा, डा. धनंजय श्रीवास्तव, विकास, अंकित श्रीवास्तव, अंकित प्रकाश, गरीमा जैन, इन्द्रनील बोस, सौरभ त्रिपाठी, सहित आयोजक समिति के सभी सदस्यों का सहयोग रहा।