1531 लाभार्थी के पंजीकरण कर मेरठ प्रदेश में दूसरे स्थान पर

1531 लाभार्थी के पंजीकरण कर मेरठ प्रदेश में दूसरे  स्थान पर

 प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा।

1531 लाभार्थी के पंजीकरण कर मेरठ प्रदेश में दूसरे स्थान पर

 मेरठ मंडल के बुलंदशहर ने चौथा स्थान प्राप्त किया

 मेरठ,12 सितम्बर 2022।  प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह में लाभार्थियों के पंजीकरण करने के मामले में मेरठ जनपद ने प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। पहले स्थान पर शाहजहांपुर जिला रहा,जहां एक सप्ताह में 1595 पंजीकरण हुए।  1511 लाभार्थियों के फार्म भरवा कर उन्नाव तीसरे स्थान पर रहा, जबकिमेरठ मंडल के बुलंदशहर ने प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त किया है,वहां1238 गर्भवती के पंजीकरण कराये गये।सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने मेरठ जनपद के योजना से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है।
 गौरतलब है कि गत एक से सात सितम्बर तक पूरे प्रदेश में प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह का आयोजन किया गया था। इस दौरान गांवों में शिविर लगाये गये, जहां पर एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं द्वारा पात्र लाभार्थियों के फार्म भरवाए गए और योजना से जुड़ी विभिन्न जानकारी दी गयी। इसके अलावा आशा कार्यकर्ताओंने अपने-अपने कार्य क्षेत्र में घर-घर जाकर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभार्थियों को लाभ लेने के लिये प्रक्रिया और पात्रता की जानकारी दी।


 योजना के नोडल अधिकारी डॉ विश्वास चौधरी ने बताया सात सितम्बर को समाप्त हुए अभियान में मेरठ ने प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस दौरान 1531 लाभार्थी महिलाओं का पंजीकरण कराया गया। पहला स्थान शाहजहांपुर का रहा, जहां पर 1595 पंजीकरण कराये गये। तीसरा स्थान उन्नाव का रहा, जहां पर 1511 पंजीकरण कराये गय। मेरठ मंडल के बुलंदशहर ने प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त किया है। यहां पर 1238 गर्भवती के पंजीकरण कराये गये। 1133 पंजीकरण कर मुजफ्फरनगर ने प्रदेश में सातवां स्थान प्राप्त किया है।
 डॉ. चौधरी ने बताया - योजना के तहत पहली बार मां बनने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं,  प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। पंजीकरण के लिए माता-पिता का आधार कार्ड, मां की बैंक पासबुक की फोटोकॉपी जरूरी है। मां का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये। निजी अकाउंट ही मान्य होगा। यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा होना जरूरी है। पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर दूसरी किस्त के रूप में गर्भावस्था के छह माह बाद 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं। महिलाओं को यह राशि उचित पोषण के लिए दी जाती है।