मेरठ की छात्रा ने सुसाइड से पहले आजमगढ़ के डॉक्टर से की थी बात, मोबाइल CDR से खुलेगा राज

मेरठ की छात्रा ने सुसाइड से पहले आजमगढ़ के डॉक्टर से की थी बात, मोबाइल CDR से खुलेगा राज

दी न्युज़ एशिया समाचार सेवा।

मेरठ ।

मेरठ. मेरठ के सुभारती कॉलेज के हॉस्टल में बीएससी नर्सिंग की छात्रा तनुजा की खुदकुशी के 12 घंटे बाद उसके डॉक्टर दोस्त पवन यादव ने भी आजमगढ़ में फांसी लगाकर जान दे दी। डॉ. पवन भी मेरठ में तैनात रहे हैं। उसी दौरान उनकी मुलाकात बीएससी नर्सिंग की छात्रा तनुजा से हुई थी। पुलिस को छात्रा के मोबाइल में डॉक्टर की चैट मिली है।

बुधवार की शाम करीब छह बजे श्रद्धापुरी निवासी और सुभारती कॉलेज की बीएससी नर्सिंग की छात्रा तनुजा ने हॉस्टल में आत्महत्या कर ली थी। छात्रा के परिजनों ने पुलिस को एक शिकायती पत्र दिया, जिसमें आजमगढ़ के मुबारिकपुर थाना क्षेत्र के सुराई गांव निवासी डॉक्टर पवन का नाम है। जानी थाने की पुलिस मामले की जांच करने में लगी थी, तभी गुरुवार सुबह डॉ. पवन की मौत की खबर आ गई। पवन ने घर पर ही फंदा लगाकर जान दी है। पुलिस पूरे मामले की पड़ताल में जुटी है।

परिजनों ने बताया कि डॉ. पवन उनकी बेटी के दोस्त थे। डॉक्टर के सीनियर होने के चलते बेटी उनका सम्मान करती थी। पवन का उनके घर आना-जाना था। तनुजा का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। डॉ. पवन के पिता रिटायर्ड प्रोफेसर हैं। गुरुवार सुबह जब पवन के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों को संदेह हुआ। दरवाजा तोड़ा तो डॉक्टर पवन का शव फंदे पर लटका मिला।

तनुजा की बहन ने जानी थाने में तहरीर भी दी है जिसमें उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं। एसपी देहात केशव कुमार के मुताबिक बहन ने पुलिस को बताया कि तनुजा और पवन की दो साल से दोस्ती थी। पवन ने शादी का वादा किया था, लेकिन अब परेशान कर रहा था। तनुजा के सुसाइड करने के बाद पवन ने कॉल किया था पर फोन नहीं उठा था।

पुलिस की जांच में सामने आया है कि बुधवार शाम को तनुजा और डॉक्टर पवन के बीच बात हुई थी। दोनों के मोबाइल की सीडीआर निकाली जा रही है। डॉक्टर छात्रा के परिजनों से भी फोन पर अक्सर बात करते थे। बुधवार को भी डॉक्टर ने छात्रा को कॉल की थी। रिसीव न होने पर उनके परिजनों को कॉल की। उसके बाद ही छात्रा के परिजन सुभारती कॉलेज में पहुंचे थे। पुलिस का मानना है कि मोबाइल की डिटेल से ही दोनों की खुदकुशी की वजह पता चलेगी।