ग्रामीणों को गन्ना बुवाई पद्धति के प्रति जागरूक किया  

ग्रामीणों को गन्ना बुवाई पद्धति के प्रति जागरूक किया  

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा।

ग्रामीणों को गन्ना बुवाई पद्धति के प्रति जागरूक किया  

मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ के इन्क्यूबेशन केंद्र से संबद्ध स्टार्टअप इकाई केन कंसर्न्स एंड सॉल्यूशंस द्वारा ग्राम शौलदा में शरद कालीन गन्ना बुवाई हेतु गन्ने की नवीनतम प्रजाति सीओ एल के 14201 एवं 13235 को एकल आंख पद्धति द्वारा सवंर्धित करने के कार्य को समृद्धि महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित करने का उद्घाटन एवं अवलोकन श्री प्रदीप कुमार ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक मेरठ द्वारा किया गया।
डॉक्टर एनके परूथी डीन स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर साइंस, आईआईएमटी विवि ने एक आंख द्वारा तैयार गन्ने की पौध की विशेषताएं एवं इसके महत्व पर प्रकाश डाला। श्री हरिओम शर्मा सहायक महाप्रबंधक नंगलामल चीनी मिल ने कृषकों को इस पद्धति द्वारा गन्ना बुवाई को अधिक से अधिक अंगीकार करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का संचालन खेमवीर मलिक  सहायक गन्ना परियोजना अधिकारी मेरठ द्वारा किया गया। डॉ अशोक कुमार यादव वरिष्ठ वैज्ञानिक आईएमएमटी विश्वविद्यालय ने एकल पद्धति द्वारा तैयार पौधों में रेड रोट बीमारी आने की नगण्य संभावनाओं पर प्रकाश डाला।  कुसुम सिंह अध्यक्षा समृद्धि स्वयं सहायता समूह ने सभी उपस्थित गणमान्य का ग्राम में आने पर एवं कार्यक्रम को सफल बनाने पर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में श्री राजेश कुमार, कैलाश बाबू, निर्देश चौहान एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।