सालभर में 1670 मरीजों ने दी टीबी को मात,

 सालभर में 1670 मरीजों ने दी टीबी को मात,

 

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा।

सालभर में 1670 मरीजों ने दी टीबी को मात,

अब इनमें से कई कर रहे लोगों को जागरूक

इस साल अब तक खोजे गये टीबी के 11495 मरीज
नियमित दवा के सेवन से आसानी से दी जा सकती है टीबी को मात


 मेरठ, 9 दिसम्बर 2022। देश से को वर्ष 2025 तक टीबी से को मुक्त करने के प्रधानमंत्री के आह्वान का असर तेजी से होता दिखाई दे रहा है। जिले में अब टीबी को लेकर जागरूकता आयी है। बड़ी संख्या में मरीजों ने स्वयं आगे आकर टीबी की जांच करायी है। जिला क्षय रोग विभाग भी लगातार टीबी मरीजों को खोजने के लिए कार्यक्रम चला रहा है। विभाग के प्रयास से अप्रैल 2022 से अब तक (नवम्बर 2022) करीब इसमें अब तक जिला क्षय रोग विभाग ने 11495 मरीजों को खोज निकाला लिया गया है। जिसमें इसमें विभाग ने सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों की ओर से करीब 8225 8285 ओर तथा प्राइवेट निजी चिकित्सकों व चिकित्सालयों की ओर से करीब ने 3210 को खोजा है मरीजों का नोटिफिकेशन किया गया है। इन मरीजों में से करीब 1670 ने मरीज नियमित दवा के सेवन और पोषाहार की बदौलत टीवी को मात देकर दे चुके हैं। इनमें से काफी संख्या में लोग अब दूसरे को टीबी के प्रति जागरूकता फैला कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि नियमित दवा के सेवन से आसानी से टीबी को मात दी जा सकती है।
 जिला क्षय रोग अधिकारी डा. गुलशन राय ने बताया-कि इस साल विभाग को 9800 टीबी मरीज खोजने का टारगेट लक्ष्य मिला था। जबकि प्राइवेट चिकित्सकों को 5 पांच हजार का टारगेट लक्ष्य दिया गया था। उन्होंने बताया नवम्बर माह तक अब विभाग ने 8225 मरीजों को खोज निकाला है। जिनका इनको विभाग की ओर से उपचार उपलब्ध कराया जा किया जा रहा है। जबकि प्राइवेट निजी चिकित्सकों व निजी चिकित्सालयों ने 3210 मरीज को खोजा है नोटिफाई किया है। उन्होंने बताया- कि 1670 मरीज उपचार मिलने के बाद टीबी को मात दे चुके चुकेहैं। उन्होंने बताया विभाग की ओर से लगातार टीबी के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। स्लम बस्तियों, झुग्गी झोपडी, ईट भट्ठा, फैक्ट्रियों आदि स्थानों पर विभाग की ओर से टीमें लगातार जागरूकता अभियान चला रही है। नुक्कड़ नाटक के माध्यम, धर्मगुरुओं का भी सहयोग से टीवी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिये सहयोग लिया जा रहा जागरूकता अभियान जारी है। उन्होंने बताया प्राइवेट निजी चिकित्सकों को कम मरीज खोजने पर सीएमओ मुख्य चिकित्सा अधिकारी की तरफ ओरसे मरीज खोजने का टारगेट लक्ष्य को पूरा करने के लिये पत्र जारी किया गया है।

207 निक्षय मित्रों ने गोद लिये 1217 टीबी मरीज
उन्होंने डा. गुलशन राय ने बताया-जनपद में 207 निक्षय मित्रों द्वारा इस साल अभी तक 1217  टीबी मरीजों को गोद लिया जा चुका है।।जिनको इनको हर माह पोषण का वितरण प्रदान किये जाने के साथ -साथ-निक्षय  मित्रों द्वारा उनकी काउंसलिंग कराई जा रही है। विभाग की ओर से लगातार टीबी मरीजों की मॉनिटरिंग की जा रही है।
 जिला क्षय रोग अधिकारी डा गुलशन राय ने बताया सरकार की ओर से टीबी का उपचार का प्रावधान है पूरी निशुल्क किया जा रहा है। इतना ही नहीं उपचार जारी रहने तक ठीक होने तक लाभार्थी मरीज के खाते में 500 रुपये रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं डाले जा रहे है। यह धनराशि मरीज के खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। उन्होंने बताया कहा-टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। समय रहते इसका उपचार संभव है। टीबी के लक्षण नजर आने पर इसे छिपाए नहीं बल्कि नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर जांच कराएं।व चिकित्सक से उपचार या सलाह लेे।
 टीबी के प्रति जागरूकता में आयी तेजी बढ़ी
 डा. राय ने बताया कहा-कि पहले के मुकाबले टीबी के प्रति जागरूकता लोगों में फैली बढ़ीहै। अब बड़ी संख्या में मरीज बीमारी को छिपाने के बजाय स्वयं आगे आकर अपनी जांच वा उपचार करा रहा हैं। इसके सबसे कारण लगातार यह अच्छी बात है।टीबी के प्रति विभाग की ओर से चलाए जा रहे अभियान रहा है। जिसके कारण शहरी व देहात क्षेत्र में लोगों में जागरूकता फैली है।