टीबी मरीजों को प्रदान किया पोषाहार

टीबी मरीजों को प्रदान किया पोषाहार

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा।

टीबी मरीजों को प्रदान किया पोषाहार

 जिला अस्पताल,मेडिकल कॉलेज समेत स्वास्थ्य केन्द्रों पर 255 मरीजों को पोषाहार प्रदान किया गया
जनसहयोग से टीबी हारेगा, देश जीतेगा

 मेरठ, 30 सितम्बर 2022। टीबी मुक्त भारत जन सेवा पखवाड़ा के अन्तर्गत शुक्रवार को जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज समेत जिले के अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीबी मरीजों को पोषाहार प्रदान किया गया । जनपद में अलग-अलग जगह हुए कार्यक्रमों में टीबी के 255 मरीजों को सामाजिक संस्थाओं द्वारा पोषाहार प्रदान किया गया।
 जिला अस्पताल के टीबी विभाग में शुक्रवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस अवसर पर सांसद राजेन्द्र,राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम, डा लक्ष्मीकांत वाजपेयी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अखिलेश मोहन की अध्यक्षता में टीबी मरीजों को पोषाहार वितरण किया गया।


जन सेवा पखवाड़ा समारोह में वीरीना फाउंडेशन, ग्रामीण समाज विकास केन्द्र,केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन, सोशल वेलफेयर सोसाइटी, आईआईएमटी नगर पंचायत दौराला, मेडिकल ऑफिसर हस्तिनापुर, डेरा सच्चा सौदा, नगर पंचायत सरूरपुर,निस्वार्थ सेवा फाउंडेशन, अभिलाषा फाउंडेशन, बेटियां फाउंडेशन,स्कूल फाउंडेशन, मिस्टी एजुकेशनल ट्रस्ट, सभासद. डॉ. जितेन्द्र , एनटीईपी,डीटीसी स्टाफ, भाजपा कार्यकर्ताओं  ने अलग-अलग जगह हुए कार्यक्रमों में टीबी मरीजों पोषाहार प्रदान किया।
  इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से लोगों से अपील करते हुए कहा -टीबी की बीमारी को किसी भी हालत में छिपाए नहीं बल्कि उसका उपचार कराए। टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। लोगों की जागरूकता से ही टीबी की बीमारी देश से वर्ष 2025 तक समाप्त होगी।  वहीं मेडिकल कालेज में भाजपा कार्यकर्ताओं ने,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रजपुरा पर ग्रामीण समाज विकास केन्द्र ने , यूपीएचसी कैंट पर विधायक अमित अग्रवाल ने टीबी मरीजों को पोषाहार प्रदानकिया।


जिला अस्पताल में हुए कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने कहा -सरकार की ओर से टीबी का उपचार पूरी तरह निशुल्क किया जा रहा है। टीबी मरीजों के खाते में प्रतिमाह इलाज समाप्त होने तक पांच सौ रुपये ट्रांसफर किये जा रहे हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. गुलशन राय ने जन समुदाय से अपील की कि टीबी की बीमारी को छुपाये नही, बीमारी का इलाज संभव है और इलाज को अधूरा न छोडें। बीच में इलाज छोड़ने से बीमारी और बिगड़ जाती है।
इस अवसर पर  नेहा सक्सेना, जिला कार्यक्रम समन्वयक, अंजू गुप्ता जिला बीसीजी टेक्नीशियन, शबाना बेगम, जिला पीपीएम कोऑर्डिनेटर, सविता सिंह, बीसीजी टेक्नीशियन अजय जिला एसटीएस लोकेश कुमार गौतम, डीईओ एवं रजनीश व अमित कुमार आदि उपस्थित रहे।