रखे ध्यान बारिश में क्या खाएं और क्या नही

रखे ध्यान बारिश में क्या खाएं और क्या नही

दी न्युज़ एशिया समाचार सेवा ।

तेज गर्मी के बाद बारिश का मौसम किसे पसंद नहीं होता। कई लोग घर बैठकर सुहाने मौसम में चाय के साथ समोसे या पकोड़े खाना पसंद करते हैं। हालांकि, लोगों को बारिश के मौसम में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इसका ख्याल रखना जरूरी है। दरअसल, मौसम में अचानक बदलाव बैक्टीरिया, वायरस के कारण बुखार, सर्दी, खांसी, दस्त, निमोनिया आदि जैसे रोगों का कारण बन सकता है (1)। इसके साथ ही गंदे पानी के जमाव से भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं जैसे – कोलेरा, टाइफाइड बुखार, मलेरिया, डेंगू हो सकता है (2)। ऐसे में इनसे बचाव के लिए बारिश के मौसम में क्या नहीं खाना चाहिए, इस बात की जानकारी भी जरूरी ।

- स्मिता दुग्गल
शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने में जितना महत्व ऋतुओं का है, उतना ही महत्व है मौसम के हिसाब से खानपान की जानकारी का। यूं तो संयमित जीवन हमेशा ही किसी को फिट रखने में कारगर है, लेकिन संयम का खास महत्व है सावन-भादो के महीने में यानी वर्षाकाल के दौरान। सावन के महीने की धार्मिक मान्यता भी बहुत है। इसी के साथ ही इन दिनों संयमित जीवन एवं संयमित खानपान पर विशेष दौर दिया जाता है। एक तो फंगस का खतरा रहता है, दूसरे गर्मी के बाद बारिश के बाद अनेक कीट-पतंगों से खतरा रहता है। सावन में मीठा खाने का अगर महत्व है तो खट्टे के कम से कम सेवन बताया गया है। आइये जानते हैं सावन मे महीने में संयमित सेवन यानी खानपान के बारे में।
मौसमी फल
धार्मिक मान्यता के लिहाज से भी सावन का महीना पवित्र माना गया है। इस दौरान व्रत भी रखा जाता है। खासतौर से सोमवार का। व्रत हो या न हो, आपको मौसमी फलों का सेवन जरूर करना चाहिए। इन दिनों नाशपाती, सेब, जामुन आदि अनेक फलों की बहार रहती है। अधिकतर फलों में डाइट्री फाइबर, विटामिन सी, आदि चीजें होती हैं जो सेहत के लिए लाभदायक हैं। इसलिए मौसमी फलों का सेवन करना चाहिए।
डेयरी उत्पाद
वैसे तो डेयरी उत्पाद सेहत के लिए अच्छे हैं, लेकिन इस दौरान दही का कम से कम सेवन करें। यदि खाएं भी तो वह बहुत पुराना न हो। बहुत खट्टी लस्सी से भी परहेज़ करें। पनीर से भी दूरी बना कर रखनी होती है। वैसे उबालकर दूध पीना लाभदायक होता है।
ड्राई फ्रूट
अगर आप दही और दूध के साथ ड्राई फ्रूट मिक्स करके खाते हों तो यह आपके लिए पोषण का एक बहुत अच्छा सप्लीमेंट भी बन जाता है और यह आपको काफी समय के लिए भूख भी नहीं लगने देते हैं। सावन के महीने में काजू, बादाम, पिस्ता आदि ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते हैं। इनका सेवन हानिकारक नहीं है। इसे आप रोस्ट करके और सेंधा नमक छिड़क कर एक स्नैक के रूप में भी खा सकते हैं।
लौकी
लौकी एक सदाबहार सब्जी है। बहुत से लोग इसे व्रत के दौरान भी खाना पसंद करते हैं। अगर आप इसे खाना चाहते हैं तो इसका हलवा बना सकते हैं, इसकी करी बना सकते हैं जो बहुत पौष्टिक भी होगी और आपकी सेहत के लिए भी बहुत लाभदायक रहने वाली है। लौकी की सब्जी अलग-अलग तरीके से बनाकर भी खाई जाती है।
साबुदाना
साबुदाना सेहत के लिए बहुत लाभदायक है। व्रत में साबुदाना का प्रयोग काफी किया जाता है। आप साबुदाने की खिचड़ी, खीर, पापड़ आदि बना कर इनका सेवन कर सकते हैं।
हरे को त्यागें
सावन के महीने में चारों ओर हरा ही हरा दिखता है, लेकिन हरे का सेवन इन दिनों वर्जित है। हरे का मतलब हरी सब्जियों से है। हरी सब्जियों पर इन दिनों कीड़े लगने की आशंका रहती है। इसलिए अव्वल तो हरे का त्याग करें यदि खाने का मन हो ही तो गुनगुने पानी से धोकर हरी सब्जी को अच्छी तरह छांटकर पकाकर खाएं। उपरोक्त के अलावा भी सावन में संयमित जीवन के लिए कहा जाता है।