राज्यपाल ने किया कृषि विवि में हुनर से रोजगार समारोह का शुभारंभ

राज्यपाल ने किया कृषि विवि में हुनर से रोजगार समारोह का शुभारंभ

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा

राज्यपाल ने किया कृषि विवि में हुनर से रोजगार समारोह का शुभारंभ
 बोली मै किसान की बेटी हू सुबह चार बजे उठकर खेतों में किया काम
 स्वंय सहायता समूह की हुनरबाज महिलाओं को किया सम्मानित
 मेरठ। रविवार को प्रदेश की राज्यपाल आंनदी बेन पटेल ने सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विवि में  महिला सशक्तिकरण  हेतु हुनर से रोजगार समारोह का शुभारंभ किया। इस दौरान राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूह की हुनरबाज  महिलाओं को सम्मानित िकया।
 समारोह का शुभारंभ करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हमारी बेटियां आज अपना कौशल दिखा रहीं हैं। हमारी माताएं भले अशिक्षित हैं, लेकिन वो भी घर से निकलकर आय सृजन करके ला रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं खुद किसान की बेटी हूं। 25 साल तक सुबह चार बजे उठकर खेतों में काम किया है। जीरा निकालती थी और पढ़ाई भी करती थी। 2002 में जब सेंसस रिपोर्ट आई तो मैं शिक्षा मंत्री थी। देखा कि गुजरात में 78% पुरुष और 50% के करीब महिलाएं पढ़ी हैं। तब हमने उन्हें पढ़ाने का प्रयास किया। उन्होंने  कहा कि यूपी में 32 यूनिवर्सिटी हैं, लेकिन जब मैं विश्वविद्यालय में जाकर मेडल देती हूं तो 80% मेडल लड़कियां ले जाती हैं। जबकि प्राइवेट स्कूल में जिस बेटे को दोगुनी फीस भरकर पढ़ाया जाता है, वो विश्वविद्यालय के गोल्ड मेडल में दिखाई नहीं देते। राज्यपाल ने बेटा-बेटी को समान शिक्षा समान पालन पोषण देने का संदेश दिया।
 कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल आंनदी बेन पटेल , मत्स्य पालन केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, कृिष विवि के कुलपति डा डी के सिंह ने दीप प्रज्वलित कर िकया।
आनंदीबेन पटेल ने कहा, उन्हें खुशी है कि कृषि विश्वविद्यालय में कृषि क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएं उपस्थित हैं। आपको किसी मार्गदर्शन की जरूरत नहीं है आप स्वयं आगे बढ़ रही हैं। आपने तो मिलेट्स से व्यंजन बनाने, बेचने का काम शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री ने अभी मिलेट्स वर्ष को शुरू ही किया था, आपने तो उसे करके दिखा दिया। पूरे भारत में सशक्त महिलाएं हैं। पिछले सालों में अब महिलाएं घर से बाहर निकलकर काम कर रहीं हैं।राज्यपाल ने गुजरात के सखी मंडल का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, आज पति से ज्यादा सखी मंडल की स्त्रियां कमाती हैं। मैं भी गांव में पली हूं, गांव में लोटा लेकर शौच के लिए जाती थी, लेकिन पीएम मोदी के आने के बाद हर घर में शौचालय है। महिलाओं की इज्जत बढ़ी है। ग्राम प्रधान गांव में सुंदर काम कर रही हैं।
 इस दौरान राज्यपाल ने प्रदर्शनी में स्टाल  का निरीक्षण करते हुए स्वयंसेवी महिलाओं से उनके हाथ से बनाए गये सामान के बारे में जानकारी ली। राज्यपाल ने सैार ऊर्जा  के पंडाल को देखा। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद स्टाफ से बिजली बचाने के बारे में पूछा
समारोह में जलकुंभी से डलिया बनाने, फल सब्जी उगाने, गाय के गोबर से आकृतियां बनाना, मसालों की पैकिंग, अगरबत्ती मेकिंग, मशरूम उत्पादक और मोमबत्ती निर्माता महिलाएं वेस्ट यूपी से पहुंचीं।इस मौके पर सीसीएसयू की कुलपति प्रो ़ संगीता शुक्ला समेत पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी मैाजूद रहे।