नियंत्रण अभियान का तीसरा चरण

नियंत्रण अभियान का तीसरा चरण

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा।

नियंत्रण अभियान का तीसरा चरण

 7 से 21 अक्टूबर तक दस्तक पखवाड़ा का होगा आयोजन
 अभियान के दौरान कुपोषित बच्चे, बुखार, आईएलआई और टीबी रोगी होंगे चिन्हित

मेरठ, 17 सितम्बर 2022। डेंगू और मलेरिया जैसे संक्रामक रोगों के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शासन ने अक्टूबर को संचारी रोग नियंत्रण माह के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में सूबे के सभी जिलाधिकारियों को मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन की ओर से पत्र भेजकर निर्देश दिए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा.अखिलेश मोहन ने बताया जिलाधिकारी के जरिए शासन से निर्देश प्राप्त हो गए हैं और निर्देशों के क्रम में तैयारी भी शुरू कर दी गई है।  इस संबंध में जिला सर्विलांस अधिकारी (डीएसओ) डा. प्रवीण गौतम को जरूरी निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मलेरिया विभाग और संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग साफ -सफाई और एंटी लार्वा छिड़काव करा रहे हैं।
सीएमओ ने बताया शासन के निर्देश पर अक्टूबर माह के दौरान स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर नगर विकास, पंचायती राज, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, ग्राम्य विकास, चिकित्सा शिक्षा, कृषि विभाग, सिचाई विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, पशुपालन विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, दिव्यांग कल्याण विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, वाणिज्यकर एवं मनोरंजन विभाग, नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाएंगे। उन्होंने बताया- इस वर्ष यह तीसरा अभियान होगा। इससे पूर्व अप्रैल और जुलाई में भी संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचालित किये जा चुके हैं। एक से 31 अक्टूबर तक संचालित होने वाले अभियान के बीच में सात से 21 अक्टूबर तक दस्तक पखवाड़ा होगा।
दस्तक पखवाड़ा में आशा- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाएंगी।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. प्रवीण गौतम ने बताया- सात से 21 अक्टूबर तक दस्तक पखवाड़ा के दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर क्षय रोग के संभावित रोगियों के विषय में जानकारी जुटाएंगी। बुखार, आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस), कुपोषित बच्चों और घरों की सूची (जहां मच्छरों का प्रजनन पाया गया हो) के साथ क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों की सूचना नाम, पता और मोबाइल नंबर समेत एएनम के जरिए ब्लॉक मुख्यालय को देंगी। जहां मच्छरों का सामान्य से अधिक प्रजनन पाया जाएगा, वहां मलेरिया विभाग अन्य विभागों के सहयोग से मच्छर नियंत्रण गतिविधियां संचालित करेगा। गृह भ्रमण के दौरान डायरिया पीड़ितों को जिंक और क्लोरीन की गोलियों के साथ ही ओआरएस के पैकेट भी वितरित किए जाएंगे।