ऑल इण्डिया लाययर्स यूनियन ने मनायी नेता जी की जयन्ती

ऑल इण्डिया लाययर्स यूनियन ने मनायी नेता जी  की जयन्ती

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा l

 मेरठ। ऑल इण्डिया लाययर्स यूनियन ने चौधरी चरण सिंह पार्क में मनायी नेताजी सुभाष चंद्र बॉस की जयन्ती l

भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी और महान बलिदानी और आजादी के लिए अपना सब कुछ कुर्बान करने देने वाले सुभाष चंद्र बोस के 126वें जन्म दिवस के अवसर पर ऑल इंडिया लायर्स यूनियन मेरठ इकाई ने सुभाष चंद्र बोस की कमिश्नरी चौराहा स्थित मूर्ति पर माल्यार्पण करके अपनी श्रद्धांजलि भेंट की।
       इस अवसर पर एआईएलयू के पूर्व अध्यक्ष मुनेश त्यागी एडवोकेट ने बताया सुभाष चंद्र बोस किसी भी प्रकार से यानी शांति या संघर्ष के द्वारा भारत की आजादी प्राप्त करना चाहते थे और इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी, जिसके जनरल सहगल, ढिल्लों और शाहनवाज थे। सुभाष चंद्र बोस हिंदू मुस्लिम एकता के सबसे बड़े प्रहरी थे और वे भारत में सभी धर्मों के लोगों की का कल्याण चाहते थे।
      वे हिंदू मुस्लिम एकता के कितने बड़े चाहने वाले थे इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब वे दक्षिण अफ्रीका से जापान जा रहे थे तो उनके साथ जय हिन्द का नारा देने वाले आबिद हसन थे और जब वे ताइपे से स्टालिन से मिलने रूस जा रहे थे तो उनके साथ  हबीबुर्रहमान थे और उन्होंने जो सिंगापुर में अस्थाई सरकार बनाई थी उसमें आधे हिंदू मंत्री थे और आधे मुसलमान।
       सुभाष चंद्र बोस भारत में जनतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी गणतंत्र की स्थापना करने चाहते थे। वह भारत में सब प्रकार की आजादी चाहते थे जैसे वर्णवाद से आजादी, जातिवाद से आजादी, सांप्रदायिकता से आजादी, हजारों पुराने शोषण जुल्म अन्याय से आजादी।
     इस अवसर पर एआईएलयू के जिला अध्यक्ष अब्दुल जब्बार खान एडवोकेट ने कहा कि यह सुभाष चंद्र के सपनों का भारत नहीं है। सुभाष चंद्र बोस किसानों मजदूरों नौजवानों छात्रों महिलाओं की एकता का हिंदुस्तान चाहते थे। यह उनके सपनों का हिंदुस्तान नहीं है। सुभाष चंद्र बोस भारत में किसी भी कीमत पर हिंदू मुस्लिम एकता के अलम्बरदार थे और वे सभी देशवासियों का, सभी धर्म के मानने वालों का कल्याण करना चाहते थे।
      इस अवसर पर श्रद्धांजलि देने वालों में अंजुम मलिक, अनीता देवी, प्रेमलता, मीनाक्षी, कुलविंदर सिंह, सुशील कुमार, धर्म सिंह सत्याल, मनजीत सिंह, जीपी सलोनिया ,उमेश गौतम, हेमचंद्र निमेश, नदीम खान, प्रवीण भारती, तलहा ख़ान , सैयद मोहम्मद, मोहम्मद जावेद गाजी, संजय कटारिया, सैफुल इस्लाम, ब्रह्मशिला, आसिफा परवीन,  सुशील सिरोही और ए आई एल यू के प्रांतीय सचिव बृजवीर सिंह मलिक आदि एडवोकेट्स शामिल थे।