नौ अक्टूबर से शुरू होगा मिशन इंद्रधनुष का तीसरा चरण

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा
नौ अक्टूबर से शुरू होगा मिशन इंद्रधनुष का तीसरा चरण
14 अक्टूबर तक चलेगा अभियान, टीकाकरण से छूटे बच्चों व गर्भवती को अवश्य कराएं प्रतिरक्षित
दूसरे चरण में 1006 सत्रों में 8116 बच्चों व 3012 गर्भवती का हुआ टीकाकरण
नोएडा, 25 सितम्बर 2023। विशेष टीकाकरण अभियान मिशन इंद्रधनुष- 5.0 का तीसरा चरण नौ अक्टूबर से शुरू होगा। तीन चरणों में आयोजित होने वाले इस अभियान के दो चरण पूरे हो चुके हैं।
उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. उबेद कुरैशी ने बताया- विशेष टीकाकरण अभियान मिशन इंद्र धनुष-5.0 में टीकाकरण से छूटे हुए शून्य से पांच साल तक के बच्चों व गर्भवती का टीकाकरण किया जा रहा है। इसका पहला चरण सात से 12 अगस्त तक चला। दूसरा चरण 11 से 16 सितम्बर तक चला।
डा. उबेद ने बताया- मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण का विशेष अभियान है। इसमें टीकाकरण से छूटे बच्चों व गर्भवती को प्रतिरक्षित किया जाता है। नियमित टीकाकरण के लिए जनपद में सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर व्यवस्था है। शहरी क्षेत्रों में शून्य से पांच साल तक के सभी बच्चों के लिए प्रतिदिन टीकाकरण की व्यवस्था की गयी है। रविवार समेत सभी सातों दिन जिला संयुक्त अस्पताल में टीकाकरण किया जाता है। मंगलवार से रविवार तक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध है। कहीं भी बच्चे को टीका लगवा सकते हैं। इसके अलावा टीकाकरण से छूटे बच्चों को प्रतिरक्षित करने के लिए समय- समय पर विशेष अभियान चलाए जाते हैं।
जिला वैक्सीन भंडार प्रबंधक अखिलेश कुमार ने बताया- दूसरे चरण में 1006 नियोजित सत्र आयोजित किये गये। 8116 बच्चों व 3012 गर्भवती का टीकाकरण किया गया। जबकि अभियान के पहले चरण में 9383 बच्चों और 3365 गर्भवती का टीकाकरण किया गया। मीजल्स-रूबेला से प्रतिरक्षित करने के लिए 2140 बच्चों को एमआर-1 और 1861 बच्चों को एमआर-2 का टीका लगा। तीसरे चरण के लक्ष्य के लिए हेडकाउंट सर्वे किया जा रहा है।
5 साल- 7 बार,12 बीमारियों पर वार
डा. उबेद ने बताया- बच्चे के जन्म के समय- पहली बार, डेढ़ महीने पर- दूसरी बार, ढाई महीने पर- तीसरी बार, साढ़े तीन महीने पर- चौथीबार, नौ से 12 माह पर- पांचवीं बार, 16 से 24 महीने पर छठवीं बार और पांच साल पर सातवीं बार टीकाकरण होना जरूरी है। बच्चों को बीमारियों से बचाना है, उनका जीवन खुशहाल बनाना है तो टीकाकरण समय से जरूर कराएं। गौरतलब है कि जनपद में 11 बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण किया जाता है। जेई वैक्सीन सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश के चुने हुए जिलों में लगाई जाती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह बीमारी नहीं है।
गर्भवती को लगता है टीडी का टीका
स्वास्थ्य विभाग की ओर से गर्भवती को टिटनेस-डिप्थीरिया का टीका लगाया जाता है। यह टीका गर्भवती और गर्भस्थ शिशु को टिटनेस और गलघोंटू जैसी बीमारी से प्रतिरक्षित करता है। उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने अपील की है कि जो भी बच्चे नियमित टीकाकरण से छूट गये हैं उनके अभिभावक उनको प्रतिरक्षित अवश्य कराएं।