डेयरी होंगी शहर से बाहर ,एमडीए बनाएगा कैटल कॉलोनी

 डेयरी होंगी शहर से बाहर ,एमडीए बनाएगा कैटल कॉलोनी

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा ।

  कालोनी में मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट भी लगाया जाएगा
 मेरठ।  एमडीए  ग्राम नंगला पातू में कैटल कॉलोनी विकसित करेगा। इसके लिए गांव में 2.28 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है। प्राधिकरण ने इसका सर्वे कर रिपोर्ट शासन को भेज दी है। सर्किल रेट के मुताबिक भूमि की कीमत 2.73 करोड़ है। नई भूमि अधिग्रहण नीति के तहत ग्रामीण भूमि होने के कारण चार गुना देय होगा। इसके लिए 10.93 करोड़ रुपये एमडीए देगा।
एमडीए अफसरों का कहना है कि हाल में हुई बोर्ड बैठक में इसे पास कर दिया गया है। नगर निगम के मुताबिक शहर में 811 डेयरियां संचालित हैं। ऐसे में इनके लिए 30 हेक्टेयर भूमि की जरूरत है। जिला प्रशासन की ओर से ग्राम नंगला पातू में 2.8 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध कराई गई है।
एमडीए की ओर से किए कॉस्ट सर्वे के मुताबिक बाह्य विकास पर एक करोड़ रुपये और आंतरिक विकास पर 4.5 करोड़ का अनुमानित व्यय होगा। वित्तीय संस्थाओं से ऋ ण लेकर कैटिल कॉलोनी को विकसित किए जाने का प्रस्ताव है। इसके तहत 13,682 रुपये प्रति वर्ग मीटर अनुमानित दर निर्धारित की गई है।


एमडीए अफसरों के मुताबिक दस पशुओं के लिए 144 वर्ग मीटर भूखंड लेना होगा। इसकी अनुमानित कीमत 19 लाख 55 हजार 800 रुपये प्रति वर्ग मीटर होगी, जबकि पांच पशुओं के लिए 72 वर्ग मीटर का प्लॉट 9 लाख 77 हजार 904 कीमत का होगा। खास बात है कि 72 वर्ग मीटर के 95 तो वहीं 144 वर्ग मीटर के 41 भूखंड प्रस्तावित किए गए हैं।
एसटीपी और मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट भी बनाया जाएगा
एमडीए सचिव चंद्रपाल तिवारी ने बताया कि कैटिल कॉलोनी में किसी भी तरह की गंदगी न हो, इसके लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लान लगाया जाएगा। मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट भी लगेगा। चारा संग्रहण केंद्र, डेयरी उत्पादों के लिए विपणन केंद्र, पशुओं के लिए नहाने की सुविध व तालाब का विकास और पशु चिकित्सालय भी