हिण्डन नदी को मौलिक स्वरूप में लाना हम सबका दायित्व समग्रता के साथ की जाये कार्यवाही.सुरेन्द्र सिंह

हिण्डन नदी को मौलिक स्वरूप में लाना हम सबका दायित्व समग्रता के साथ की जाये कार्यवाही.सुरेन्द्र सिंह

हिण्डन नदी को मौलिक स्वरूप में लाना हम सबका दायित्व समग्रता के साथ की जाये कार्यवाही.सुरेन्द्र सिंह

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा ।

हिण्डन व उसकी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त एवं अविरल बनाये जाने हेतु कार्य योजना बनाकर प्राथमिकता पर करें कार्यवाही

आयुक्त की अध्यक्षता में संपन्न हुयी हिण्डन एवं उसकी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त एवं मौलिक स्वरूप दिये जाने हेतू बैठक

 मेरठ। शनिवार को आयुक्त सभागार में आयुक्त सुरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में हिण्डन एवं उसकी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त एवं अविरल बनाये जाने हेतु मेरठ, सहारनपुर मंडल के संबंधित समस्त अधिकारियों के साथ बैठक आहूत की गयी। बैठक में  आयुक्त द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री द्वारा हिण्डन तथा उसकी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त एवं अविरल बनाये जाने हेतु कार्य योजना बनाते हुये प्राथमिकता पर कार्यवाही किये जाने के प्राप्त निर्देश के क्रम में हिण्डन तथा उसकी सहायक नदियों के अपवाह क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले समस्त जिलो के अधिकारी कार्य योजना बनाकर समग्रता के साथ कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। उन्होने कहा कि नदियों को स्वच्छ एवं अपने मौलिक स्वरूप में लाये जाने हेतु प्रदेश एवं केन्द्र सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे है तथा उनका सकारात्मक परिणाम कई नदियों में स्वच्छ एवं निर्मल धारा के रूप में देखा गया है।  

इसी क्रम में उन्होंनेे समस्त मंडलीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि हिण्डन नदी के आसपास 2.5 किमी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शहर, कस्बे, गांव, तालाब अन्य कोई भौतिक इकाई को लक्षित करते हुये कार्य योजना तैयार कर प्राथमिकता पर कार्य किया जाये तथा हिण्डन नदी में अपवाह क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जल को प्रदूषण मुक्त हिण्डन में अपवाहित किये जाने हेतु संबंधित समस्त विभागीय अधिकारियों द्वारा कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।

उन्होंने कहा कि इस पूरे क्षेत्र के जल एवं आसपास की मिट्टी की जांच कराते हुये स्वच्छ बनाये जाने हेतु कार्यवाही की जाये तथा सहारनपुर से लेकर गाजियाबादए गौतमबुद्ध नगर सहित जिन जिलो से हिण्डन नदी गुजरती है वहां के आसपास के क्षेत्र में लगी हुयी समस्त औद्योगिक इकाईयों से अपवाहित जल की निगरानी की जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाये कि दिये गये मानक के अनुसार जल को नदी में अपवाहित किया जा रहा है, मानको से इतर प्रदूषित जल हिण्डन या उसकी किसी भी सहायक नदी में डाला जा रहा है तो आवश्यक कार्यवाही की जाये। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर आदि जिलो में पेपर मिल के संबंध में समिति बनाकर मॉनीटरिंग की जाये तथा संबंधित इकाईयों से सैम्पल लेते हुये चैक किये जाये।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद स्तर पर जिलाधिकारी या मुख्य विकास अधिकारी तथा संबंधित समस्त विभागीय अधिकारी, नगर पालिका, ग्राम पंचायत आदि से एक टीम का गठन किया जाये तथा उस टीम द्वारा लगातार निगरानी एवं नदी के जल को स्वच्छ बनाये जाने हेतु कहां पर कौन से प्रयास किये जा सकते है योजनाबद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि सभी जिलों द्वारा बिन्दुवार कार्य योजना एवं एस्टीमेट तत्काल बनाकर भेजा जाये। उन्होने कहा कि बनायी गयी कार्य योजना के अनुसार कार्यवाही की साप्ताहिक समीक्षा की जायेगी।

बैठक में मिट्टी, पानी की जांच, किसी भी प्रकार का अतिक्रमण, चैकडेम बनाया जाना, वृक्षारोपण, नदी की मार्किंग, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, खतरनाक रसायन के उपयोग को रोकने, नदी की खुदाई, नदी को स्वच्छ बनाये जाने हेतु वॉटर अवेयरनेस, वॉटर एजुकेशन सहित नदी स्वच्छता अभियान से जुडे हुये एक्सपर्ट को अभियान में शामिल करना आदि बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा करते हुये समग्र कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।

उन्होंने कहा कि हिण्डन नदी को प्रदूषण मुक्त, निर्मल धारायुक्त बनाये जाने हेतु समन्वित प्रयास के साथ हिण्डन नदी को मौलिक स्वरूप में लाना हम सबका दायित्व है। सामुहिक प्रयास से निश्चित ही इस कार्य में हम सफल होंगे तथा यह अभियान हम सबके लिए सबसे अधिक संतुष्टि वाला अभियान होगा इसलिए समस्त अधिकारी अपना नैतिक दायित्व मानते हुये अपने कर्तव्यों का निवर्हन करें। 

नीर फाउंडेशन के संस्थापक रमन त्यागी द्वारा हिण्डन तथा उससे संबंधित सहायक नदियों के उद्गम एवं अपवाह क्षेत्र तथा प्रदूषण मुक्त बनाये जाने हेतु चुनौतियों से संबंधित पीपीटी द्वारा दर्शाया गया।

इस अवसर पर अपर आयुक्त चैत्रा वी., डीएफओ राजेश कुमार, मेरठ एवं सहारनपुर मंडल के मुख्य विकास अधिकारी, नीर फाउंडेशन के संस्थापक रमन त्यागी सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।