ग्रामीण समाज विकास केंद्र ने लगाया टीबी जांच शिविर

ग्रामीण समाज विकास केंद्र ने लगाया टीबी जांच शिविर

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा।

ग्रामीण समाज विकास केंद्र ने लगाया टीबी जांच शिविर


मेरठ,3 सितंबर 2022। टीबी को देश से वर्ष 2025 तक जड़ से खत्म करने के प्रधानमंत्री के  आह्वान पर सामाजिक संस्था ग्रामीण समाज विकास केंद्र नेशुक्रवार को ब्लॉक रजपुरा में टीबी जांच शिविर का आयोजन किया। जांच शिविर लगाने का उद्देश्य जनमानस तक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैय्या करना और टीबी के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए टीबी की जांच की सुविधा प्रदान करना है, ताकि सही समय पर उचित उपचार मिल सके।



प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रजपुरा पर डॉ. प्रीत गिल ने बताया कि दो हफ्ते या उससे अधिक समय से खांसी आना टीबी का लक्षण हो सकता है। वहीं, शाम को बुखार आना, बलगम के साथ खून आना, वजन कम होना इसके अन्य लक्षणों में शामिल हैं। टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है, लेकिन, फेफड़ों की टीबी ही संक्रामक होती है। फेफड़ों की टीबी के रोगी के बलगम में टीबी के जीवाणु पाए जाते हैं। रोगी के खांसने, छींकने और थूकने से यह जीवाणु हवा में फैल जाते हैं, और अन्य व्यक्ति के सांस लेने पर यह जीवाणु उसके फेफड़ों में पहुँच जाते है और उसे संक्रमित कर देते हैं। ऐसे में जरूरी है बिना देर किए जांच करवायी जाए। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि सामाजिक संस्था द्वारा लगाए गए जांच शिविर का लाभ लें, यह निशुल्क है।
संस्था के सचिव मेहरचंद ने बताया कि टीबी पर काबू पाने के लिए संस्था द्वारा जांच शिविर लगाए जा रहे है, जिसमें ब्लॉक रजपुरा में अलग-अलग जगह यह शिविर लगाए जा रहे है। इसके साथ ही संभावित टीबी मरीजों को चिन्हित करके उनकी सूची विभाग को सौंपने का काम भी संस्था के मोबालाइजरों द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर अमित कुमार, मोबिलाइजर राहुल, सुभाष, देवेंद्र व नीरज का सहयोग रहा।