चार साल में मेडिकल कालेज में तीन हजार मरीजों को मिला उपचार : डा आरसी गुप्ता

चार साल में मेडिकल कालेज में तीन हजार मरीजों को मिला उपचार : डा आरसी गुप्ता

दी न्यूज़ एशिया समाचार सेवा।

आज चार साल की हुई आयुष्मान भारत योजना
चार साल में मेडिकल कालेज में तीन हजार मरीजों को मिला उपचार : डा आरसी गुप्ता

मेडिकल कालेज में कार्यक्रम का आयोजन
लाभार्थियों ने की योजना और मेडिकल कालेज की तारीफ

मेरठ, 22 सितम्बर 2022। आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डॉ.आर.सी गुप्ता ने बताया – योजना के तहत अब तक मेडिकल कालेज अस्पताल में तीन हजार मरीजों को उपचार मिल चुका है।
उन्होंने कहा- आयुष्मान भारत योजना प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। 23 सितम्बर 2018 में यह आरंभ की गयी थी।आयुष्मान भारत योजना में प्रति परिवार प्रति वर्ष पांच लाख रुपये का नि: शुल्क इलाज उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने बताया लगभग 12 विभागों में मरीजों को नि:शुल्क उपचार व्यवस्था उपलब्ध करायी जा रही है ।
 कॉलेज के प्रभारी अधिकारी व आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा. नवरतन गुप्ता (बाल रोग विशेषज्ञ) ने बताया - इन चार वर्षो में तीन हजार से भी ज्यादा मरीजों को नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था लाला लाजपतराय स्मारक चिकित्सा महाविद्यालय में उपलब्ध करायी गयी है, जिसमें अस्थि रोग विभाग के इम्प्लांट, कार्डियोलॉजी विभाग के स्टंट, ओपन हार्ट सर्जरी जैसे गंभीर रोगों का इलाज भी नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है।
 मीडिया प्रभारी डा. वी.डी. पांडे ने बताया -आयुष्मान योजना के प्रभावी संचालन के लिए पृथक- पृथक विभागों में चिकित्सकों द्वारा आयुष्मान सम्बन्धित स्क्रीनिंग करने के उपरान्त आयुष्मान कार्ड बनाये जाने की प्रकिया प्रारम्भ की जाती है। कार्ड  धारक मरीज को भर्ती कर नि:शुल्क उपचार प्रदान किया जाता है। मरीज के भर्ती होने से छुट्टी होने तक समस्त दवाईयॉ एवं उपचार से सम्बन्धित सामग्री तथा समस्त जॉचे जैसे एक्स.रे, अल्ट्रासाउंड, एमआर.आई तथा सीटी स्कैन आदि नि: शुल्क उपलब्ध करायी जाती है। मरीज यहां से संतुष्ट एवं खुश होकर अपने घर जाते हैं। उन्होंने बताया -आयुष्मान भारत योजना का लाभ केवल उन लाभार्थियों को ही मिलता है जिनका आयुष्मान भारत योजना की सूची में पूर्व से नाम सम्मिलित है। जिनका नाम सूची में शामिल नहीं है उनको इस योजना का लाभ उपलब्ध नहीं कराया जा सकता। किस व्यक्ति का नाम है इसकी जानकारी आयुष्मान भारत योजना के टोल फ्री नम्बर 14555 से प्राप्त की जा सकती है।इस अवसर पर एसआईसी डॉ के एन तिवारी, डॉ ज्ञानेश्वर टांक, डॉ विदित दीक्षित आदि उपस्थित रहे।
 इस दौरान कार्यक्रम में पहुंचे आयुष्मान योजना के लाभार्थी प्रेमवती, राजबल, अली हुसैन, मोहम्मद अली आदि ने सफल एवं निशुल्क इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना के लिए प्रधानमंत्री एवं मेडिकल कॉलेज मेरठ को धन्यवाद दिया।
 रामपुर निवासी अली हुसैन के हाथ में ट्यूमर था उसने रामपुर व बरेली में अपनी बीमारी के बारे में परामर्श लिया तो उसका हाथ काटने की बात कही गयी, जिस पर अली हुसैन ने मेडिकल कालेज पहुंचे। डा. ज्ञानेश्वर टॉक की टीम ने सफल ऑपरेशन किया और उनका हाथ कटने से बच गया। उन्होंने इसके लिए चिकित्सकों को धन्यवाद किया।
 सैनी निवासी राजबल को दिल की बीमारी थी। उसके तीनों वाल्व खराब हो गये थे।उन्होंने आयुष्मान योजना के तहत मेडिकल कालेज में अपना उपचार कराया। अब वह खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं। बुलंदशहर निवासी शमशुद्दीन को भी यही बीमारी थी। प्राइवेट अस्पताल में दिखाया तो स्टंट डालने का खर्चा तीन से चार लाख रुपये बताया गया,उन्होंने मेरठ के मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान योजना के तहत उपचार उपचार कराया। शमशुद्दीन ने सरकार की इस योजना की जमकर तारीफ करते हुए कहा- आयुष्मान कार्ड नहीं होता तो वह अपना उपचार नहीं करा पाते।