जनपद में कल से चलेगा विशेष टीबी रोगी खोज अभियान

जनपद में कल से चलेगा विशेष टीबी रोगी खोज अभियान

दी न्यूज एशिया समाचार सेवा |

जनपद में कल से चलेगा विशेष टीबी रोगी खोज अभियान  


282 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलेगा 21 कार्य दिवस का विशेष अभियान


टीबी से जुड़ी सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर विभाग का जोर


मेरठ, 13 मई 2023 । टीबी मुक्त भारत अभियान को गति प्रदान करने के लिए एक बार फिर अभियान चलाया जा रहा है। इस बार यह अभियान आयुष्मान भारत - हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) के जरिए चलेगा। इसे विशेष क्षय रोगी खोज अभियान नाम दिया गया है। विशेष क्षय रोगी खोज अभियान सोमवार (15 मई) से शुरू होगा। जनपद के 282 एचडब्ल्यूसी पर टीबी संबंधी सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए यह अभियान 21 कार्य दिवस का होगा।
 जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. गुलशन राय ने बताया- शासन के निर्देश पर अभियान के सफल संचालन के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली गयी है। उन्होंने बताया - ऐसे क्षेत्र जहां विगत दो वर्षों में अधिक क्षय रोगी या कोविड रोगी चिन्हित हुए हो और हेल्थ वेलनेस सेंटर से दूर हैं वहां अभियान पर अधिक जोर दिया जाएगा। प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तीन -तीन कैंप हर सप्ताह लगाए जाएंगे। यह अभियान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से चलेगा, जहां पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) द्वारा क्षय रोगियों के चिन्हीकरण, जांच, उपचार, ट्रीटमेंट, निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत डीबीटी, काउंसलिंग व मनोसामाजिक सहयोग प्रदान करेंगे। अभियान में सीएचओ की मुख्य भूमिका रहेगी। एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं की टीम बनाकर जिले के 48 शहरी क्षेत्र और 234 ग्रामीण क्षेत्रों के  हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से क्षय रोगियों की खोज की जायेगी।
उन्होने बताया अभियान की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गयी है। सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं। अभियान में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए सभी को बैठक के दौरान बता दिया गया है।
उन्होंने बताया-ग्राम स्तर पर हेल्थ कैंप के लिए सूची तैयार कर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से सीएचओ को भेज दी गयी है। सूची में समय, दिनांक और स्थान का उल्लेख है। बीच में उपचार छोड़ने वाले क्षय रोगियों की सूची तैयार कर ली गयी है। इन रोगियों को खोज कर उनका उपचार किया जाएगा।  जिला स्तर पर अभियान का पर्यवेक्षण खुद सीएमओ, एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ, जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) और जिला कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) करेंगे जबकि ब्लॉक स्तर पर यह जिम्मेदारी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक (बीपीएम) और ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) निभाएंगे।